विशेष विद्या सम्बन्धी, लाक्षणिक, सांकेतिक, पारिभाषिक
3.
ज्योतिष, आयुर्वेद, वास्तुशास्त्र एवं प्राचीन भारतीय गूढ़ विद्या सम्बन्धी पुस्तकों का प्रकाशन भी विभाग द्वारा किया जाता है।
4.
सईद ने अपने प्राच्य विद्या सम्बन्धी विवेच नों में साहित्य और वह भी फ्रांसीसी प्राच्यवादि यों के साहित्य पर ही विचार किया है ।
5.
गणेश की चतुर्थी, दुर्गा की अष्टमी, सूर्य की सप्तम, विष्णु की एकादशी तथा रुद्र की प्रदोष-व्यापिनी त्रयोदशी ही क्यों?-आदि अनेक ऐसे अंक विद्या सम्बन्धी वैज्ञानिक विषय हैं जिनका विवेचन करना, इस छोटी-सी पुस्तक में संभव नहीं।
6.
आपकी भूमिका है विशेष विद्या सम्बन्धी शिक्षण (जो समाज और उसके अधिकारीयो ने निर्माण के समय पर अभिज्ञात की है), मे सरलीकरण करने की, आश्वस्त करे कार्य का अनुश्रवण हो रहा है के हर पहलू की पूरी और मुफ्त जानकारि प्राप्य है (खस करके आर्थिक संवितरण की) और समाज के लोग कभी भी निश्चयी ना हो जाय के यह प्रायोजना उनकी नहि है.